रिम्स के एक और डॉक्टर विनय ने मांगा वीआरएस, प्राइवेट प्रैक्टिस पर डॉक्टर और स्वास्थ्य विभाग में ठनी
रांची / प्राइवेट प्रैक्टिस काे लेकर सख्ती और विजिलेंस कमेटी की छापेमारी से रिम्स के डाॅक्टराें की नाराजगी बढ़ती जा रही है। 12 से अधिक डॉक्टरों ने वीआरएस (स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति) के लिए एप्लिकेशन फॉर्म भी ले लिया है। रिम्स के सर्जरी विभाग के प्रोफेसर डॉ. विनय प्रताप ने रिम्स छोड़ने का निर्णय लेते हुए स्वास्थ्य विभाग और रिम्स निदेशक को वीआरएस का आवेदन सौंप दिया है। इधर, स्वास्थ्य विभाग ने रिम्स निदेशक को प्राइवेट प्रैक्टिस पर पूरी सख्ती बरतने और विजिलेंस कमेटी द्वारा पकड़े गए डॉक्टरों पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
एनपीए ऑप्शनल बनाने के लिए सीएम से मिलेंगे डॉक्टर
इधर, मंगलवार को रिम्स के डॉक्टरों की बैठक हुई। इसमें कार्रवाई का विरोध किया गया। रिम्स टीचर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. प्रभात कुमार ने कहा कि सरकार और रिम्स प्रबंधन को बीच का रास्ता निकालना चाहिए। जल्द ही रिम्स डॉक्टरों का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिलकर हस्तक्षेप की मांग करेगा। सीएम से मांग की जाएगी कि एनपीए को आॅप्शनल बनाया जाए। जो डॉक्टर एनपीए नहीं लेना चाहते हैं, उन्हें ड्यूटी टाइम के बाद प्रैक्टिस करने की अनुमति दी जाए।