रवींद्र नाथ महतो बने विधानसभा अध्यक्ष, सदन बुधवार तक के लिए स्थगित
रांची / झारखंड विधानसभा के दूसरे दिन यानी मंगलवार को झामुमो विधायक रवींद्र नाथ महतो को निर्विरोध विधानसभा अध्यक्ष चुन लिया गया। कल उन्होंने इस पद के लिए नामांकन किया था। आज राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के बाद द्वितीय अनुपूरक बजट पेश किया गया। इसके बाद सदन की कार्यवाही बुधवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। सत्र के पहले दिन झारखंड विधानसभा चुनाव के नवनिर्वाचित विधायकों को प्रोटेम स्पीकर स्टीफन मरांडी ने शपथ दिलाई थी।
रवींद्र नाथ महतो ने ही केवल किया था नामांकन
नाला से नव निर्वाचित झामुमो विधायक रवींद्र नाथ महतो 5वीं विधानसभा के स्पीकर बन गए हैं। सोमवार को उन्होंने सत्ता पक्ष की ओर से स्पीकर पद के लिए एक मात्र प्रत्याशी के रूप में नामांकन किया था। विपक्ष की ओर से किसी भी विधायक द्वारा स्पीकर पद के लिए नामांकन नहीं किया गया। इस तरह स्पीकर पद पर उनके चुने जाने की मात्र औपचारिकता शेष बच गई थी। इसकी औपचारिक घोषणा भी मंगलवार को राज्यपाल के अभिभाषण से पूर्व कर दी गई।
तीसरी बार विधायक चुने गये हैं रवींद्र नाथ महतो
रवींद्र नाथ महतो झामुमो की टिकट पर 2019 में तीसरी बार नाला विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गये हैं। इससे पूर्व वह 2005 और 2014 में भी नाला से ही झामुमो की ही टिकट पर विधायक चुने गये थे। वह शिबू सोरेन को आदर्श मान कर झारखंड आंदोलन में सक्रिय हुए फिर आगे चल कर झामुमो की राजनीति करने लगे। खुद बीएड की डिग्री हासिल कर चुके रवींद्र नाथ महतो का मुख्य पेशा खेती और राजनीति है। उन्हें एक पुत्र और एक पुत्री है। 12 जनवरी 1960 का जन्म पिता गोलक बिहारी महतो और माता रूप मंजरी देवी के घर हुआ था। रवींद्र नाथ महतो बीएससी-बीएड हैं। अच्छे व तार्किक वक्ता भी हैं।
नौवें स्पीकर बने रवींद्र नाथ महतो
रवींद्र नाथ महतो झारखंड विधानसभा के नौवें स्पीकर हैं। अगर दो कार्यकारी अध्यक्षों के नाम को भी जोड़ दिया जाए तो वह 11 वें स्पीकर बन गए हैं।
पक्ष-विपक्ष ने महतो पर जताया विश्वास
स्पीकर पद पर रवींद्र नाथ महतो के निर्विरोध निर्वाचित होने पर पक्ष-विपक्ष ने पूर्ण विश्वास व्यक्त किया है। भरोसा जताया है कि महतो स्पीकर पद की गरिमा बढ़ायेंगे। सदन की गरिमा अक्षुन्न रखने में कामयाब होंगे। पक्ष यो हा विपक्ष, सभी दलों के जनप्रतिनिधियों के साथ न्याय करेंगे। जनहित से जुड़े मुद्दों पर सरकार को न्याय करने के लिए सदन के माध्यम से बाध्य करेंगे। मंगलवार को पहली बार स्पीकर के निर्विरोध निर्वाचन के वक्त सदन में सौहार्दपूर्ण शांति रही। विरोध के स्वर नहीं सुनायी पड़े। सरकार पर किसी ने सीधा अटैक नहीं किया।
ना काहू से दोस्ती, ना काहू से बैर, की मार्ग पर चलेंगे स्पीकर : सीपी सिंह
सीपी सिंह ने कहा कि रवींद्र नाथ महतो का सर्व सम्मति से स्पीकर चुना जाना ही संसदीय लोकतंत्र की खुशबू है। उन्होंने विश्वास जताया कि महतो, न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर की राह पर सदन चलायेंगे। पक्ष-विपक्ष की भावना से ऊपर उठ कर कार्य संचालन नियमावली के तहत सदन चलायेंगे।
विवेक व बुद्धि की भी पड़ेगी जरूरत : अालमगीर अालम
अालमगीर अालम ने कहा कि उम्मीद है कि नये स्पीकर कार्य प्रणाली के महत्व पर ध्यान देंगे। उन्होंने कहा कि कभी कभी एेसा वक्त अाता है जब विवाद का निदान कठिन हो जाता है। उस समय विवेक और बुद्धि से उसका निदान की वह उम्मीद करेंगे।
सभी विधायकों का ख्याल रखते हुए पद की गरिमा बढ़ायेंगे : सुदेश महतो
सुदेश महतो ने कहा कि इस उम्मीद के साथ वह बधाई देते हैं, शुभकामना देते हैं कि सभी जनप्रतिनिधियों का ख्याल रखेंगे। पूर्व के अध्यक्षों से भी ऊपर जायेंगे। सभी को संतुलित और सहज रूप में समान अवसर देंगे।
संवैधानिक व्यवस्था पर सवाल न खड़ा हो : विनोद कुमार सिंह
माले विधायक विनोद कुमार सिंह ने कहा कि सदन में अभी संविधान का पाठ पढ़ा गया है। पर पूरे देश में संवैधानिक प्रक्रिया को लेकर हंगामा मचा है। इसमें एक मौका है कि यहां संवैधानिक व्यवस्था के तहत जनता की उम्मीद पूरी हो। ध्यान यह देने की जरूरत है कि किसी भी तरह के झंझावात के समय संवैधानिक व्यवस्था पर सवाल ने उठने लगे।
सरकार को सदन के प्रति जिम्मेवार बनायेंगे स्पीकर : सरयू राय
सरयू राय ने कहा कि स्पीकर का पद संवैधानिक रूप से परिभाषित है। स्पीकर कम बोलता है और सदस्य ज्यादा बोलते हैं। लेकिन पूर्व में स्पीकर ही ज्यादा बोलते रहे, सदस्यों को कम मौका मिला। उन्होंने कहा कि सदस्य सदन में समस्या उठायेंगे। गड़बड़ी को चिन्हित करेंगे। संभव है सरकार से भी गलती हो जाया करे। पर सरकार का बड़प्पन होगा कि उस गलती को सुधार बैठे। जरूरत के अनुसार कार्य संचालन नियमावली भी संशोधित हो। और सबसे बड़ी बात कि स्पीकर सरकार को सदन के प्रति जिम्मेवार बनायेंगे।
सबको मिले संरक्षण : बाबूलाल मरांडी
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि स्पीकर निष्पक्ष रूप से सदन चलायेंगे। सबको संरक्षण देंगे, क्योंकि राज्य की पूरी जनता की नजर स्पीकर के पद पर भी है। स्पीकर के ऊपर एक विशेष जिम्मेदारी भी है।
विवेक व बुद्धि का इस्तेमाल करेंगे स्पीकर : स्टीफन मरांडी
स्टीफन मरांडी ने कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है कि स्पीकर सदन के संचालन और न्याय करने में अपने विवेक और बुद्धि का इस्तेमाल करेंगे।
पद की गरिमा बढ़ायेंगे : सत्यानंद भोक्ता
सत्यानंद भोक्ता ने विश्वास जताया कि रवींद्र नाथ महतो स्पीकर पद की गरिमा को और बढ़ायेंगे। सदन को सबके सहयोग और समन्वय से शांतिपूर्ण ढंग से चलायेंगे। जनता के समस्याओं का हल करायेंगे।