रांची स्टेशन पर प्लेटफाॅर्म व पटरी के बीच दूरी से इस वर्ष 16वीं मौत, डीएसपीएमयू के प्रोफेसर ट्रेन के नीचे चले गए
रांची / रांची रेलवे स्टेशन का प्लेटफाॅर्म नंबर एक अाैर पटरी की दूरी की वजह से शनिवार की रात एक प्राेफेसर की जान चली गई। इस वर्ष ऐसी दो दर्जन से अधिक घटनाएं हो चुकी हैं, जिसमें 16 लोगों की जान जा चुकी है। कई घायल हुए हैं। यह सब रेलवे की लापरवाही की वजह से हाे रहा है। सबसे पहले प्लेटफाॅर्म की ऊंचाई बढ़ाने का काम होना चाहिए था, पर सौंदर्यीकरण का काम सबसे पहले किया।
अगर प्लेटफाॅर्म की ऊंचाई बढ़ी रहती, ताे शायद श्यामा प्रसाद मुखर्जी विवि के संस्कृत के प्राेफेसर डाॅ. संताेष कुमार पांडेय की जान बच सकती थी। शनिवार की रात रांची रेलवे स्टेशन के प्लेफाॅर्म नंबर एक पर पाटलिपुत्रा एक्सप्रेस ट्रेन के एसी बाेगी में प्राे. संताेष पिता प्राे डाॅ. रामाशीष पांडेय (सेवानिवृत्त) काे ट्रेन में चढ़ाने गए थे। एसी बाेगी में ट्रेन कब खुली पता नहीं चला, जब वे उतरने लगे ताे ट्रेन के नीचे चले गए। दायां पैर कट गया। ट्रेन काे वैंकम कर राेका गया अाैर प्राे. संताेष काे निकाला गया, तबतक उनकी माैत हाे चुकी थी।
बिहार जा रहे पिता को स्टेशन छोड़ने गए थे
डीएसपीएमयू के संस्कृत शिक्षक डॉ. संतोष पांडेय शनिवार की रात बिहार जा रहे अपने पिता प्रो. रामाशीष पांडेय को रांची स्टेशन पर छोड़ने गए थे। रविवार को हरमू मुक्तिधाम पर अंतिम संस्कार हुआ। 13 वर्षीय पुत्र ज्ञानसु वत्स ने मुखाग्नि दी। बचपन से मेधावी डॉ. संतोष रांची विवि में स्नातक परीक्षा में सेकेंड टॉपर रहे थे। यूनिवर्सिटी में 12 साल की अवधि में अपने कार्यों से अलग पहचान बना ली थी। वे शिक्षक संघ के महासचिव भी थे। इनके निधन पर शिक्षा जगत में शोक की लहर फैल गई। डीएसपीएमयू के वीसी डॉ. एसएन मुंडा, रजिस्ट्रार डॉ. एनडी गोस्वामी, डॉ. अमर कुमार चौधरी, डॉ. एसएम अब्बास, डॉ. धनंजय बासुदेव द्विवेदी, डॉ. परवेज हसन, प्रिंसिपल डॉ. मिथिलेश, डॉ. अभय कृष्ण, डॉ. आशीष झा, अजय कुमार, प्रो. राजेश कुमार सिंह ने शोक जताया।