मां के बयान पर बच्चे को ले जाने वाले विक्की पर मामला दर्ज, गया जेल
जमशेदपुर / टाटानगर स्टेशन के बाहर मंगलवार की रात गुड़िया खान नाम की महिला द्वारा अपने बच्चे को पैसे के कारण एक युवक को बेच देने के मामले में बुधवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने संज्ञान में लिया। सीएम ने ट्वीट कर डीसी को बच्चे को बरामद कर मां को सौंपने का निर्देश दिया। इसके बाद स्थानीय प्रशासन हरकत में आया। पुलिस ने बच्चे को ले जाने वाले विक्की मुखी को बच्चे के साथ पकड़ लिया, वहीं बच्चा महिला को वापस सौंप दिया गया।
क्या है मामला
बागबेड़ा और जुगसलाई पुलिस की जांच में मामला बच्चे की खरीद बिक्री का नहीं निकला। पुलिस ने विक्की मुखी को बच्चे की मां को बहला फुसलाकर बच्चे को अपने साथ धोखा से ले जाने के मामले में प्राथमिकी दर्ज कर उसे जेल भेज दिया। पुलिस ने जुगसलाई के हरिजन बस्ती निवासी विक्की मुखी को बच्चे के साथ बरामद किया। बच्चे की मां को पुलिस लेकर थाना पहुंची। वहीं चाइल्ड लाइन भी मामले की जानकारी लेने के लिए थाना पहुंची। पुलिस ने पूछताछ करने के बाद लगभग 12 बजे बागबेड़ा थाना में बच्चा को मां के हवाले कर दिया गया व दोनों को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार गुड़िया भीख मांगकर अपनी जीविका वर्षों से चलाती है जबकि बच्चे को ले जाने वाला विक्की मुखी प्लेटफॉर्म पर ठेका मजदूरी में सफाईकर्मी का काम करता है।
पुलिस का है कहना
विधि व्यवस्था डीएसपी आलोक रंजन ने बताया कि पीड़िता के बयान पर पुलिस ने विक्की के खिलाफ बहला-फुसलाकर बच्चा ले जाने और बच्चा नहीं देने का मामला दर्ज किया है। पुलिस ने विक्की को जेल भेज दिया है।
मेरे तो दो बेटे हैं, मैं क्यों बच्चा खरीदूंगा: विक्की
जेल जाने से पूर्व विक्की ने बताया कि मेरी शादी 10 साल पूर्व हुई है और मेरा दो बेटे हैं। बच्चे को ठंड में कांपटे हुए देख दया आ गई और मैंने मदद की। लेकिन बच्चा खरीदने का कोई बात किसी से नहीं किया है। बच्चे की मां ने अपनी मर्जी से मुझे दिया था। रात में उसकी तबीयत बिगड़ गई थी,तो मैंने उसका इलाज स्थानीय डॉक्टर पालित से करवाया।
सदर अस्पताल जाकर जच्चा-बच्चा से मिले उपायुक्त
गुड़िया की मानसिक स्थिति खराब है। उसने कई बार अपने बयान को बदला है। पुलिस ने चाइल्ड लाइन के सहयोग से बच्चे और उसकी मां को सदर अस्पताल में भर्ती कर दिया है। दोपहर बाद डीसी रविशंकर शुक्ला बच्चे को देखने सदर अस्पताल पहुंचे।