10 दिन में 23 रुपए किलो बढ़ गए सफेद मटर के दाम, बारिश के कारण फसलें हुईं खराब, इससे दालों की कीमत में भी बढ़ोतरी

10 दिन में 23 रुपए किलो बढ़ गए सफेद मटर के दाम, बारिश के कारण फसलें हुईं खराब, इससे दालों की कीमत में भी बढ़ोतरी


रांची / केंद्र सरकार द्वारा मटर का आयात बंद करने के बाद से मटर के भाव में जबरदस्त तेजी है। दस दिन में यह आज तक के सबसे ऊंचे भाव 68 रुपए प्रति किलो पर पहुंच गया है। 10 दिन पहले थोक में 55 रुपए बिकने वाला मटर अब 68 रुपए बिक रहा है। मटर के भाव 10 दिन में 23 रुपए तेज हुए हैं। खुदरा में 90 रुपए किलो बेचा जा रहा है। हालांकि इस समय सभी किस्म की दालों में जबरदस्त तेजी है। उत्पादक राज्यों में पिछले दिनों आई बारिश के कारण दलहन की फसल प्रभावित होने से भाव में तेजी है।


10 दिन में मूंग दाल 5 रुपए, मसूर दाल 7 रुपए और चना दाल 3 रुपए किलो तक तेज हुआ है। दालों के थोक व्यापारी संजय माहूरी ने कहा कि केंद्र सरकार देश में मटर व चना उत्पादन करने वाले किसानों को फायदा दिलाने के लिए मटर के आयात पर अंकुश लगाया है, ताकि यहां के किसानों को अच्छी कीमत मिल पाए। गौरतलब है कि सरकार ने पिछले दिनों बाहर से सस्ता आयात रोकने के उपाय के तहत सभी प्रकार के मटर के लिए 200 रुपए प्रति किलोग्राम का न्यूनतम आयात मूल्य (एमआईपी) लागू किया है। 


मसूर, उड़द और मूंग दाल भी 5 से 7 रुपए किलो महंगी


मांग बढ़ने से चीनी, आटा और मैदा के भाव बढ़े


आवक महंगी पड़ने से चीनी भी तेज है। एक हफ्ते में यह 2 से 3 रुपए किलो तेज हो गई है। इस महीने सरकार ने कम कोटा(21 लाख टन चीनी) छोड़ा है। यानि देश के मिलों 21 लाख टन चीनी का उत्पादन 31 दिसंबर तक करना है। लेकिन त्योहारों के कारण डिमांड निकलने से चीनी के भाव में तेजी है। शुक्रवार को  खुदरा बाजार में 42 रुपए से 46 रुपए किलो तक चीनी बेची गई। 


गेहूं की कीमत बढ़ने से आटा-मैदा भी तेज


इस समय देश में गेहूं का स्टॉक खत्म हो रहा है। नया गेहूं अप्रैल में आएगा।   गेहूं सप्ताह भर में 300 रुपए क्विंटल तक तेज हो गया है। थोक बाजार में साधारण गेहूं 2300 रुपए क्विंटल बिक रहा है।